Details, Fiction and shiv chalisa in hindi
Details, Fiction and shiv chalisa in hindi
Blog Article
देवन जबहीं जाय पुकारा। तब ही दुख प्रभु आप निवारा॥
भाल चन्द्रमा सोहत नीके। कानन कुण्डल नागफनी के॥
लोकनाथं, शोक – शूल – निर्मूलिनं, शूलिनं मोह – तम – भूरि – भानुं ।
शिव चालीसा के माध्यम से आप भी अपने दुखों को दूर करके शिव की अपार कृपा प्राप्त कर सकते हैं।
आप जलंधर असुर संहारा। सुयश तुम्हार विदित संसारा॥
त्राहि त्राहि मैं नाथ पुकारो। यहि अवसर मोहि आन उबारो॥
त्रयोदशी ब्रत करे हमेशा। तन नहीं ताके रहे कलेशा॥
लै त्रिशूल शत्रुन को मारो। संकट से मोहि आन उबारो॥
देवन जबहीं जाय पुकारा। तब ही दुख प्रभु आप निवारा॥
सुर ब्रह्मादिक पार न पाय ॥ जो shiv chalisa lyricsl यह पाठ करे मन लाई ।
जय हनुमान ज्ञान गुन सागर । जय कपीस तिहुँ लोक उजागर ॥ राम दूत अतुलित बल धामा
पुत्र हीन कर इच्छा कोई। निश्चय शिव प्रसाद तेहि होई॥
O Lord, the beloved daughter of Maina on the left adds to Your splendid visual appeal. O Wearer of your lion's pores and shiv chalisa lyricsl skin, the trishul inside your hand destroys all enemies.
वेद नाम Shiv chaisa महिमा तव गाई। अकथ अनादि भेद नहिं पाई॥